14164 | The Cyber Hymnal#14165 | 14166 |
Text: | सलीब पर जब मैं करता ध्यान |
Author: | Isaac Watts |
Translator: | Unknown |
Tune: | HAMBURG |
Composer: | Lowell Mason |
Media: | MIDI file |
1 सलीब पर जब मैं करता ध्यान, कि मुआ उस पर रब-उल-नूर
सब नफे गिनूंगा नुकसान, तहकीर भी करूं सब गरूर.
2 न हो कि फख़र करूं अब, सिवा सलीब पर येसु की
दुनयावी कीमती तोहफे सब, छोड़ दूंगा खातिर येसु की.
3 देख उसके सर पर ताज खारदार, हाथ, पांव, पसली घायल है
यह कैसा दुख और कैसा प्यार, इस प्यार के क्यों न कायल हों.
4 गर तुझे देऊं कुल जहान, तो ऐ शफीक खून बहा
बस आपकी कुल बा-दिल-ओ-जां, गुज़ारता हूं खुदा-बन्दा.
5 मसीह ने सहा दुख जिससे, तां बचें सारे आदमज़ाद
हो हम्द सब ख़ून खरीदों से, अभी और अब्द उल-आबाद.
Text Information | |
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First Line: | सलीब पर जब मैं करता ध्यान, कि मुआ उस पर रब-उल-नूर |
Title: | सलीब पर जब मैं करता ध्यान |
English Title: | When I survey the wondrous cross |
Author: | Isaac Watts |
Translator: | Unknown |
Meter: | LM |
Language: | Hindi |
Copyright: | Public Domain |
Tune Information | |
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Name: | HAMBURG |
Composer: | Lowell Mason (1824) |
Meter: | LM |
Key: | F Major or modal |
Copyright: | Public Domain |
Media | |
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MIDI file: | MIDI |
Noteworthy Composer score: | Noteworthy Composer Score |